नगर संवाददाता
यूनिक समय, वृंदावन। छोटे बच्चों के साथ हो रहे यौन अपराधों की खबरें समाज को शर्मसार करती नजर आती हैं। इस तरह के मामलों की बढ़ती संख्या देख कर वर्ष 2012 में एक विशेष कानून बनाया गया था जो बच्चों को छेड़खानी, बलात्कार और दुष्कर्म जैसे मामलों से सुरक्षा प्रदान करता है।
उस कानून को पोक्सो कानून के नाम से जाना जाता है। पोक्सो कानून क्या है और गुड़ टच बेड टच क्या होता है। इसके बारे में वृंदावन कुम्भ मेला में ब्राह्मण सेवा संघ के शिविर में राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ मथुरा एवं इनाया फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कठपुतली नृत्य के माध्यम से बताया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश यशवंत कुमार मिश्र ने बच्चों के साथ दुष्कर्म एवं गलत घटनाओं की बढ़ोत्तरी को रोकने के लिए हमें जागरूक होने की आवश्यकता है। अध्यक्षता आनंद बल्लभ गोस्वामी ने की । विशिष्ट अतिथि अपर एवं सत्र न्यायाधीश मयूर जैन व दीक्षा श्री जी थे ।
इनाया फाउंडेशन जयपुर की टीम ने कठपुतली व घोड़ी नृत्य से मनोरंजक रूप में पोक्सो कानून की जानकारी दी. जिसका नाम दिया गया मुन्नी की खुशी । रंगजी पुलिस चौकी इंचार्ज रचना सांगवान ने कहा कि मनोरंजक तरीके से अगर बच्चों को पोक्सो कानून की जानकारी दी जाएगी तो वह अच्छा परिणाम होगा । कार्यक्रम में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील शर्मा व सचिव सुनील चतुर्वेदी आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन करते हुए एडवोकेट प्रतिभा शर्मा ने कहा कि दुष्कर्मियों की हवाओं से कह दो विधि के ज्ञान का दीप जलाया है कुम्भ के पावन पर्व पर यह बीड़ा उठाया है । डॉ नीतू गोस्वामी ने भी कविता के माध्यम से प्रोत्साहित किया। अपर्ण भट्ट ने घोड़ी नृत्य रोहित एवं कठपुतली नृत्य किया । लाला व्यास ने आभार जताया।
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