नई दिल्ली। मानसूनी बारिश ने लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। राजस्थान, मप्र और पश्चिम बंगाल में बाढ़ के चलते हालात बेहद खराब हैं। वहीं, मौसम विभाग ने नदियों के जलस्तर बढ़ने से पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों में बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। (यह तस्वीर मप्र की है। यहां ग्वालियर-चंबल संभा में बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा करने गए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा खुद बाढ़ में फंस गए, उन्हें रेस्क्यू करके बचाया गया)
Madhya Pradesh Home Minister @drnarottammisra was airlifted during flood relief and rescue operation at Datia. He had gone to meet the people who had been stranded pic.twitter.com/NbfwtkiPdU
— Neelam Pandey (@NPDay) August 4, 2021
यहां 2 साल पहले कोटा बैराज के सभी 14 गेट खोले गए थे। तब जलस्तर 144.40 मीटर तक पहुंच गया था। इस बार 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से कई गांवों के डूबने का खतरा है। इस समय 50 से अधिक गांवों का संपर्क टूटा हुआ है। इस बीच मौसम विभाग ने करौली, बूंदी, कोटा, बारां, सवाई माधोपुर के अलावा झालावाड़, दौसा, भीलवाड़ा, टोंक, भरतपुर सहित धौलपुर में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल संभाग के हालात काफी बुरे हैं। यहां चंबल, सिंध और बेसली नदी उफान पर हैं। 81 से अधिक गांव बाढ़ में घिर गए हैं। 2000 से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना पड़ा है। यहां 5 पुल टूट गए।
@IAF_MCC leaving no stone unturned in ensuring the safety of citizens affected by floods in Shivpuri district of Madhya Pradesh.#HarKaamDeshKeNaam pic.twitter.com/oAy5obuDpg
— PRO Defence Palam (@DefencePROPalam) August 3, 2021
भारतीय मौसम विभाग(IMD) के महानिदेशक मृत्युंजन महापात्र के अनुसार, पश्चिम मध्य प्रदेश और उससे सटे राजस्थान के हिस्से, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब के कुछ हिस्से और हिमाचल प्रदेश में अगस्त में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। लेकिन कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात, पूर्वोत्तर राज्यों और बिहार में भारी बारिश की संभावना है।
मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से जारी बारिश से बुरा हाल है। यहां NDRF और BSF और स्थानीय एजेंसियों के अलावा सेना की मदद भी लेनी पड़ रही है। यहां सबसे अधिक नुकसान ग्वालियर-चंबल संभाग में दिखाई दे रहा है। उत्तरी भाग में 1250 से अधिक गांव डूब गए हैं। बांध के गेट खोले जाने से चंबल उफान पर है।
पश्चिम बंगाल: द्वारका नदी का जलस्तर बढ़ने से बीरभूम में एक पुल का हिस्सा टूट गया। (04.08.2021) pic.twitter.com/XYpmNu1NzA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2021
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते 30 से अधिक सड़कों का संपर्क टूट गया है। इसमें मसूरी से देहरादून का रास्त भी है। मौसम विभाग ने नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, पौड़ी और टिहरी जिलों में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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