नोएडा। एनसीआर में आने वाले प्रमुख शहरों में से एक नोएडा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां एक 8 महीने की गर्भवती महिला ब्लड प्रेशर बढ़ने के चलते सांस लेने में कठिनाई की शिकायत हुई। इसके बाद उनको इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें एक या दो नहीं बल्कि 8 अस्पतालों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया. आखिरकार 12 घंटे बाद महिला की मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि किसी भी अस्पताल ने महिला को एडमिट नहीं किया। मामला सामने आने के बाद नोएडा प्रशासन ने इस कथित घटना की जांच के आदेश दिए हैं। महिला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके की रहने वाली थीं।
जानकारी के मुताबिक, महिला आठ माह की गर्भवती थी. उसकी मौत के बाद बच्चे ने भी मां के पेट में दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि वे गर्भवती महिला को लेकर कई घंटों तक एंबुलेंस से एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगाते रहे, लेकिन किसी ने एडमिट नहीं किया. हद तो तब हो गई जब प्राइवेट अस्पताल के साथ-साथ सरकारी अस्पताल ने भी महिला को भर्ती करने से इंकार कर दिया।
गाजियाबाद की रहने वाली थी महिला
महिला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके की रहने वाली थीं। उनकी पहचान नीलम कुमारी के तौर पर की गई है। पहले से उनका इलाज शिवालिक हॉस्पिटल में चल रहा था। शुक्रवार को नीलम को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी. इसके बाद घर वाले उन्हें लेकर अस्पताल गए, लेकिन किसी ने भर्ती नहीं किया। परिजनों का कहना है कि वे शुक्रवार की सुबह 6 बजे नीलम को लेकर घर से अस्पताल के लिए निकले थे, लेकिन 12 घंटे तक कई अस्पतालों का चक्कर लगाने के बाद भी किसी ने भर्ती नहीं किया।
इन अस्पतालों का लगाया चक्कर
परिजनों के अनुसार, जब नीलम की तबीयत बिगड़ी तो उनके पति सुबह 6 बजे उन्हें लेकर अस्पताल के लिए घर से निकल गए। इस दौरान वह 12 घंटे तक कई अस्पतालों का चक्कर काटा पर किसी ने नीलम को एडमिट नहीं किया। पीड़ित परिवार के मुताबिक, वे लोग 12 घंटे के अंदर नीलम को लेकर नोएडा के शारदा हॉस्पिटल, ईएसआई हॉस्पिटल, जिला अस्पताल, जिम्स, नोएडा फोर्टिस अस्पताल, वैशाली मैक्स हॉस्पिटल और शिवालिक हॉस्पिटल में इलाज के लिए गए। लेकिन, इन सभी अस्पतालों ने महिला को एडमिट करने से मना कर दिया. ऐसे में समय पर इलाज न मिलने पर शाम को महिला की एम्बुलेंस में ही मौत हो गई। वहीं, मामला संज्ञान में आने के बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं।
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