पणजी। गोवा कांग्रेस के चार नेताओं ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) पर पार्टी के रुख के विरोध में गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पणजी कांग्रेस ब्लॉक समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रसाद अमोनकर, ब्लॉक समिति के पूर्व सचिव दिनेश कुबल, पूर्व युवा नेता शिवराज तारकर और उत्तर गोवा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख जावेद शेख ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कहा कि वे सीएए का समर्थन करते हैं।
कांग्रेस से त्यागपत्र देने के बाद अमोनकर, कुबल और तारकर भाजपा में शामिल हो गए। पणजी से भाजपा विधायक अतांसियो मोनसेराट ने तीनों नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए अमोनकर ने कहा कि मैं भाजपा में इसलिए शामिल हुआ, क्योंकि मैं सीएए का समर्थन करता हूं और इसके बारे में लोगों को जागरूक करना चाहता हूं। मुझे लगा कि सीएए और एनआरसी पर कांग्रेस का रुख गलत है और पार्टी लोगों विशेषकर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर रही है। कांग्रेस को राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को भरमाना और अल्पसंख्यकों को डराना बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह सीएए और एनआरसी के खिलाफ कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में हम सब शामिल थे। लेकिन, हमें लगा कि नेता अपने भाषणों के जरिये अल्पसंख्यकों के मन में डर पैदा कर रहे हैं। यह सही नहीं है। गोवा एक शांतिप्रिय राज्य है और कांग्रेस अल्पसंख्यकों को भड़काने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि सीएए लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिये लागू किया गया है और इसका मकसद उन लोगों को नागरिकता देना है, जिनका भारतीय परंपरा से सदियों पुराना संबंध रहा है। सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों की चिंताओं का समाधान करता है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सीएए को असंवैधानिक बताते हुए इसका विरोध कर रही है।
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