मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राजनीतिक लाभ के लिए इस मसले को दे रहे हैं हवा

बेंगलूरु. महाराष्ट्र के साथ बेलगावी को लेकर बढ़ते तकरार के बीच अब मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा कानूनी विकल्प तलाशने के लिए जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। सरकार चाहती है कि इस विवाद को कानूनी तरीके से सुलझाया जाएगा। सरकार इस पर सीमावर्ती जिले के विधायकों से भी चर्चा करेगी। हालांकि, अभी बैठक की तिथि तय नहीं है।

गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस बैठक में अधिकारियों व मंत्रियों के अलावा बेलगावी जिले के विधायक और महाधिवक्ता भी भाग लेंगे। बोम्मई ने कहा कि यह मसला पहले से ही सुलझा हुआ है लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राजनीतिक लाभ के लिए इस मसले को हवा दे रहे हैं।

बोम्मई ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे शरद पवार भी काफी पहले कह चुके हैं कि कर्नाटक के साथ सीमा विवाद काफी पहले सुलझ चुका है और अब कोई विवाद नहीं है। बोम्मई ने कहा कि राज्य अपने इलाके पर महाराष्ट्र के दावे को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगा। बोम्मई ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए महाराष्ट्र पुलिस को सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उद्धव के बयान को खारिज करते हुए बोम्मई ने कहा कि महाजन आयोग की रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि बेलगावी कर्नाटक का हिस्सा है।

विवाद को बेवजह तूल दे रहे ठाकरे : सवदी
उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदी ने कहा कि बेलगावी कर्नाटक का अविभाज्य अंग है और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इसे महाराष्ट्र का हिस्सा बताने के बयान देकर सीमा विवाद को नाहक तूल दे रहे हैं।

सवदी ने संवाददाताओं से कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ताओं की सीमावर्ती इलाकों के लोगों के साथ जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उद्धव अपने राजनीतिक अस्तित्व की खातिर अकारण ही सीमा के मसले को तूल दे रहे हैं और शिवसेना के कार्यकर्ताओं को उकसाने का काम कर रहे हैं, जो निंदनीय है। सवदी ने कहा कि हम सीमावर्ती लोगों के साथ हैं और इस बारे में लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

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