सीएम योगी हमेशा ही ये चाहते हैं कि देश में शांति रहे और हिंदू और मुस्लिम एक दूसरे से लड़ने और तकरार की बजाय मिलजुलकर और प्रेम से रहे। इसके लिए वो अपने राज्य यूपी में भी तरह तरह के कानून लेकर आते रहते हैं या ऐसे नियम बनाते हैं जिस से देश में शांति का माहौल रहे।
लेकिन बीते रविवार सीएम योगी ने कुछ ऐसा किया जिसे जानकार आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मुसलमानों से मिलने के लिए उनकी दुकानों पर पहुंच गए लेकिन वे एक उद्देश्य के साथ वहां पहुंचे थे क्योकिं वे कोई भी काम बिना किसी उद्देश्य के नहीं करते हैं।=
उनका उद्देश्य मुस्लिम समाज के लोगों से मिल कर उन्हें नागरिकता संशोधन कानून के बारे में समझाना था क्योकिं विपक्ष ने मुस्लिमों में इस कानून को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है। इसी भ्रम को दूर करने की कोशिश सीएम आदित्यनाथ ने की।
मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ परिसर स्थित हनुमान मंदिर में सुबह पूजा की और परिसर में ही बने मुस्लिमों की दुकान पर पहुंच गए। उनके आते ही आसपास के दुकानदार भी जुट गये और उनकी बात बड़े ध्यान से सुनी। इस मंदिर में ज्यादातर दुकानें मुसलमानों की ही है इसलिए उनके जाने पर मुसलमान जमा हुए और जो जो योगी कह रहे थे उन बातों को ध्यानपूर्वक सुना।
उन्होंनें मुसलमानों को बताया कि नागरिकता कानून किसी की नागरिकता को छीनने के लिए नहीं बल्कि नागरिकता देने के लिए है जबकि विपक्ष इस मामले में लगातार झूठ फैला रहा है कि इससे मुसलमानों की नागरिकता चली जायेगी। भारत से सटे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में जो हिंदू, सिख, जैन, ईसाई और बौद्ध धार्मिक प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं और डर से भारत में आ गये हैं उन्हें नागरिकता देने के लिये यह कानून लाया गया है।
गौरतलब है कि अमित शाह नागरिकता संशोधन बिल लेकर आए हैं और उसी के बाद से इसका कड़ा विरोध किया जा रहा है। लोग इस बात को लेकर अपने अलग अलग मत बना रहे हैं। कोई इस बिल को सपोर्ट कर रहा है तो कोई इसका विरोध कर रहा है। सबसे ज्यादा विरोध इसे मुस्लिम पक्ष से मिल रहा है क्योकिं इसे NRC से भी जोड़कर देखा जा रहा है और कहा जा रहा है कि इस से मुस्लिमों की नागरिकता छीन जाएगी। हालाकिं अमित शाह और मोदी ने भाषण के माध्यम से लोगों को शिक्षित करने की कोशिश भी की है जिस से मुसलमानों में भ्रम की स्थिति पैदा ना हो।
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