नई दिल्ली । कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ कथित आचार संहिता उल्लंघनों के लिए कार्रवाई की मांग को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि दोनों नेताओं ने चुनाव के दौरान सभी दलों के लिए समान अवसर के मुद्दे पर ‘‘धोखा’’ किया। उन्होंने इस पर निगरानीकर्ता, चुनाव आयोग की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाया।
सिंघवी ने कहा कि चुप्पी को मंजूरी समझा जा सकता है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें आचार संहिता उल्लंघनों के लिए कार्रवाई की मांग करते हुए अदालत का रुख करने का अधिकार है, हम इस विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं, निगरानीकर्ता ने अपनी आंखें बंद कर ली हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या मोदी और शाह आचार संहिता के दायरे से बाहर हैं। उन्होंने चुनाव आयोग को ‘इलेक्शन ओमिशन’ कहते हुए आचार संहिता को ‘‘मोदी कोड आफ कंडक्ट’’ करार दिया। सिंघवी ने दावा किया कि दोनों नेताओं ने तीन श्रेणियों में आचार संहिता का व्यापक उल्लंघन किया है: वोटों का ध्रुवीकरण, प्रचार में सशस्त्र बलों का उल्लेख करना और चुनाव वाले दिन रैलियां करना।
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग ने हमारी शिकायतों के आधार पर कई नेताओं के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के लिए कार्रवाई की है। हम इसकी सराहना करते हैं। चूंकि मिसाल कायम की गई है, मोदी और शाह के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई।’’
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