कोरोना का नया वेरिएंट Omicron आया, क्यों डरा डब्ल्यूएचओ, भारत में इसका कितना असर पड़ेगा ?

नई दिल्ली। दुनिया में एक बार फिर से कोरोना का खौफ दिखने लगा है। इसकी बड़ी वजह कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन है। डब्ल्यूएचओ ने ये नाम दिया है। डब्ल्यू ने बताया कि ओमीक्रोन चिंता बढ़ाने वाला है। इस नए कोविड -19 खतरे को रोकने के लिए दुनिया भर के देशों ने विदेशों की यात्रा पर रोक लगाने का फैसला किया है।

ओमीक्रोन क्या है, सबसे पहले कहां मिला?
वैज्ञानिको ने ओमीक्रोन (Omicron) को B.1.1.1.529 नाम दिया है। इसे सबसे खतरनाक वेरिएंट में से एक माना गया है। अकेले दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में एक हफ्ते के अंदर इस नए वेरिएंट से कोरोना 210% केस बढ़ गए हैं। एक्सपर्ट्स की माने तो नया वेरिएंट 50 बार म्यूटेट हो रहा है।

किन देशों में ट्रेवल पर बैन लगा?
अमेरीका: व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और 7 अन्य देशों की यात्रा पर रोक लगाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों को छोड़कर जो निगेटिव पाए गए तो यात्रा नहीं कर सकेंगे। उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह तेजी से फैल रहा है। हमने फैसला किया है कि इसे लेकर हर सावधानी बरती जाएगी।
कनाडा: कनाडा ने घोषणा की कि वह 14 दिनों में दक्षिणी अफ्रीका से यात्रा करने वाले विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर बैन लगा रहे हैं। पिछले 14 दिनों में दक्षिणी अफ्रीका की यात्रा करने वाले सभी कनाडाई लोगों के लिए टेस्टिंग अनिवार्य होगी। आने पर उनका टेस्ट किया जाएगा। निगेटिव पाने पर क्वारंटाइन किया जाएगा। जो लोग पिछले 14 दिनों में कनाडा पहुंचे हैं, उन्हें भी क्वारंटाइन करने और कोविड-19 टेस्ट कराने के लिए कहा गया है।
सऊदी अरब: सऊदी अरब ने सात दक्षिणी अफ्रीकी देशों, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे, मोजाम्बिक और बोत्सवाना से फ्लाइट रद्द कर दी है।
यूरोपीय यूनियन: यूरोपीय यूनियन ने दक्षिण अफ्रीका से यात्रा पर रोक लगा दी है। स्लोवेनिया में आयोजित यूरोपीय संघ के राष्ट्रपति ने सभी सदस्य राज्यों से आने वाले सभी यात्रियों की टेस्टिंग और क्वारंटाइन करने के लिए कहा। यूरोपीय संघ आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि उड़ानों को तब तक रद्द रखा जाएगा, जब तक हमें इस नए वैरिएंट के खतरे के बारे में जान न जाए।

यूके: यूके ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे और नामीबिया से आने वाले यात्रियों पर रोक लगा दिया है। छह देशों को यूके की यात्रा करने पर रोक लगा दी गई है। इन देशों को रेड लिस्ट में डाल दिया गया है। यूके सरकार ने कहा है कि देश में अब तक नए म्यूटेशन के किसी भी मामले का पता नहीं चला है।

ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया ने नौ दक्षिणी अफ्री की देशों में रहने वाले लोगों पर नए प्रतिबंध लगाए। स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया नागरिकों के अलावा दूसरे लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है।

ब्राजील: राष्ट्रपति बोल्सोनारो के चीफ ऑफ स्टाफ ने शुक्रवार को कहा कि ब्राजील छह दक्षिणी अफ्रीकी देशों के यात्रियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर रहा है। ये 6 देश दक्षिण अफ्रीका, इस्वातिनी, लेसोथो, नामीबिया, बोत्सवाना और जिम्बाब्वे हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने प्रतिबंध का विरोध किया
दुनिया के तमाम देशों ने दक्षिण अफ्रीका से यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसे लेकर दक्षिण अफ्रीका ने नाराजगी जाहिर की। सरकार ने कहा कि ये प्रतिबंध लगाना अनुचित है।

क्या भारत में भी नए वेरिएंट से खतरा है?
भारत में सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि निलंबन के 20 महीने बाद 15 दिसंबर से इंटरनेशनल फ्लाइंट्स फिर से शुरू होंगी। एयरलाइंस को 15 दिसंबर से भारत और दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना के बीच अपनी पूर्व-कोविड उड़ानों में से 50 प्रतिशत चलाने की अनुमति होगी। सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने या जाने वाले सभी यात्रियों की टेस्टिंग करने को कहा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इज़राइल सहित देशों को जोखिम वाली श्रेणी में रखा गया है। इन देशों से आने वाले यात्रियों को आरटीपीसीआर टेस्टिंग के लिए एयरपोर्ट पर अपने सैंपल देने होते हैं। शुक्रवार तक दिल्ली एयरपोर्ट जोखिम वाले देशों से आने वाले या आने वाले यात्रियों के बीच नए वेरिएंट का कोई मामला नहीं मिला।

 

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