उन्नाव. स्वतंत्रता संग्राम सेनानीऔर उन्नाव की विधानसभा भगवंतनगर सीट से 7 बार के विधायक रहे भगवती सिंह विशार का 99 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्नाव के लोग इन्हें ‘गांधी’ उपनाम से पुकारते थे. सोमवार को कानपुर (Kanpur) स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांसे लीं. जहां से पार्थिव शरीर को बीघापुर स्थित उनके पैतृक गांव झगरपुर लाया गया यहां लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए. अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को जिला कांग्रेस कार्यालय लाया गया. कार्यकर्ताओं ने नम आंखों से वयो वृद्ध नेता को भाव-भीनी श्रद्धांजलि दी.
अंतिम दर्शनों के बाद देहदान
स्वर्गीय विशारद जी 99 वर्ष के थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे. साल 1957 में भगवंत नगर विधानसभा से पहली बार प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंचे थे. उसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे वो 7 बार विधायक रहे. साल 1999 से उन्होंने राजनीति से सन्यास ले लिया था. उनका पूरा जीवन लोगों की सेवा में समर्पित रहा अब उनका मृत शरीर भी मेडिकल छात्रों के काम आएगा. अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कानपुर स्थित जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सौप दिया जाएगा.
गौरतलब है कि मंगलवार को उनके अंतिम दर्शनों के बाद कानपुर मेडिकल कॉलेज में उनके पार्थिव शरीर का देहदान किया जाएगा. उन्नाव के गांधी कहे जाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व सात बार विधायक रहे भगवती सिंह विशारद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास झगरपुर बारा से जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय उन्नाव लाया गया. जहां बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के अलावा सभी राजनैतिक दलों के लोगों ने उनके निधन पर शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी.
सीएम योगी आदित्यनाथ भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पूर्व विधायक भगवती सिंह विशारद से मिलकर उन्हें पूर्व में सम्मानित कर चुके हैं. पूर्व विधायक भगवती सिंह विशारद के निधन पर लोगों के साथ ही दूसरे दलों के नेताओं ने भी भावभीनी श्रद्धांजलि दी. पूर्व बीजेपी विधायक देवी बक्श सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जैसा नेता आज तक कोई नहीं हुआ, वहीं शिक्षक विधायक राज बहादुर चंदेल ने भी उनके निधन पर शोक जताया.
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