डीएम सहाब! रांकौली का नलकूप चलवा दो

दबंग बना पीने का पानी उपलब्ध कराने में रोड़ा
– ऊर्जा मंत्री ने डीएम को दिये कार्यवाही के निर्देश
– अब पीडित ग्रामीण ने डीएम से कार्यवाही की लगाई गुहार

गिरधारी लाल श्रोत्रिय
मथुरा। एक ओर आए दिन गांव में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण कभी तहसील दिवस, कभी डीएम और सीडीओ के यहां अपनी शिकायतों को लेकर पहुंचते हैं। वहीं जनपद का एक गांव ऐसा है जहां सरकारी धन से पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नलकूप लगाया गया है लेकिन विगत कई माह से एक दबंग के विरोध के चलते ग्रामीणों को पीने का पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। ऐसा ही मामला नंदगांव ब्लाक के गांव रांकौली में सामने आया। इस गांव का एक जागरूक नागरिक इस समस्या को लेकर शुक्रवार की मध्यान्ह में कलेक्ट्रेट पहुंचा। वह डीएम कार्यालय पर डीएम सहाब का इंतजार कर रहा था। ताकि वह अपने गांव की समस्या बताये।
इस व्यक्ति पर यूनिक समय संवाददाता की नजर पड़ी। उसने अपना नाम नंदगांव ब्लाक थाना बरसाना के गांव रांकौली निवासी पूर्व प्रधान रघुनाथ पुत्र सुखपाल बताया। उसने बताया कि गांव में पीने के पानी की समस्या है। महिलाएं दो-दो किमी दूर से पीने के लिए पानी लाती हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए गांव प्रधान ने जिला प्रशासन के सहयोग से सरकारी लाखों रुपये की धनराशि से नलकूप का बोरिंग कराया। लेकिन गांव के कुछ दबंग व्यक्ति उक्त जमीन पर कब्जा करने की कोशिश में नलकूप को चलने का विरोध कर रहे हैं। जिसके कारण ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। इस संबंध में उसने एसडीएम, बीडीओ आदि से शिकायत की। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस संबंध में उसने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से वह कार्यवाही कराने के लिए मिला। जिस पर उन्होंने जिलाधिकारी को कार्यवाही करने के लिए लिखा है। अब वह ऊर्जा मंत्री के पत्र को लेकर आज डीएम सहाब के पास आया है। ताकि डीएम सहाब इस नलकूप को चालू करायें और इसके लिए विद्युत कनैक्शन लगाया जा सके। वह सुबह नौ बजे से डीएम आफिस पर डीएम के आने का इंतजार कर रहा है। ताकि सैंकड़ों परिवारों को पीने के पानी का लाभ मिल सके।
उसने बताया कि उसकी आस सिर्फ जिलाधिकारी से है। अब देखना है कि डीएम कब तक दबंगों के विरूद्ध कार्यवाही करके इस नलकूप को चालू करा पाते हैं या नहीं ।

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