लगतार भूस्खलन से डेंजर जोन में बदला चार धाम का रास्ता, कभी भी भरभराकर गिर जाती हैं पहाड़ियां

उत्तरकाशी। यह तस्वीर उत्तरकाशी जिले के सुखीटॉप क्षेत्र के पास गंगोत्री हाईवे की है। यहां लगातार बारिश के चलते भूस्खलन(से रास्ते बंद हो रहे हैं। हालांकि सीमा सड़क संगठन राजमार्ग को खोलने में लगा हुआ है। उत्तकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि रास्ते खोलने का काम किया जा रहा है।

यह वीडियो एक यूजर ने शेयर किया है। इसमें लिखा है कि उत्तराखंड में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘चार धाम महामार्ग’ की हालत। ऋषिकेश से उत्तरकाशी की यात्रा करते हुए मैंने 20 मीटर से अधिक लंबी सड़क का एक भी ऐसा टुकड़ा नहीं देखा, जहां भूस्खलन नहीं हुआ हो।

उत्तरकाशी में चिन्यालीसौड़ से गंगोत्री धाम तक गंगोत्री राजमार्ग पर 10 डेंजर जोन हैं। ये सभी सक्रिय भूस्खलन वाले हिस्से हैं। इनमें सुनगर, डाबरकोट और बंदरकोट नए डेंजर जोन बने हैं। इनमें भी डाबरकोट और सुनगर सबसे ज्यादा खतरे वाला इलाका है। एक मई से 10 सितंबर के बीच गंगोत्री राजमार्ग 160 घंटे तक बंद रखना पड़ा था। बता दें कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग ऋषिकेश से शुरू होता है। ऋषिकेश से गंगोत्री धाम तक की दूरी 251 किलोमीटर है। उत्तरकाशी जिले की सीमा में चिन्यालीसौड़ से गंगोत्री तक 135 किलोमीटर गंगोत्री राजमार्ग में सबसे अधिक डेंजर जोन हैं।

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुंगी बड़ेथी के पास रोड प्रोटेक्शन गैलरी के निर्माण के कारण यहां ट्रैफिक 8 दिनों तक बंद रहेगा। ट्रैफिक उत्तरकाशी जोशियाड़ा मनेरा बाइपास से होकर गुजरेगा। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल के मुताबिक, 15 सितंबर से 22 सितंबर तक बड़ेथी के पास निर्माणाधीन रोड प्रोटेक्शन गैलरी (ओपन टनल) का कार्य किया जाना है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 3-4 दिनों तक गुजरात और दिल्ली के अलावा कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, पूर्व राजस्थान और मध्य प्रदेश में अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। मध्य प्रदेश के लिए 15 सितंबर को अत्याधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 16 सितंबर से भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है। अगले 5 दिनों तक प्रायद्वीपीय भारत और अगले 2 दिनों तक तटीय और दक्षिण आतंरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में भारी बारिश हो सकती है।

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