नई दिल्ली। बैटरी बनाने वाली देश की 114 साल पुरानी कंपनी एवरेडी इंडस्ट्रीज बिक गई. दुनिया के सबसे अमीर शख्स में शुमार वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे की स्वामित्व वाली ड्यूरासेल इंक एवरेडी को खरीद रही है. इस सौदे में एवरेडी की मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और एवरेडी ब्रांड शामिल है.
1600-1700 करोड़ रुपये में हुआ सौदा
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बफे की कंपनी एवरेडी को स्लंप सेल में करीब 1600-1700 करोड़ रुपये में खरीद रही है. स्लंप सेल में एकमुश्त कीमत के बदले एक से अधिक उपक्रमों का मालिकाना हक ट्रांसफर किया जाता है. इस सौदे को लेकर दोनों कंपनियों में सहमति भी बन गई है. मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि सौदा अंतिम चरण में है और इसकी औपचारिक घोषणा भी जल्द ही की जाएगी. बता दें कि एवरेडी हर साल करीब 1.5 अरब बैटरी बनाती है. इसके साथ ही 20 लाख से अधिक फ्लैश लाइट का भी कंपनी निर्माण करती है.
इनके बीच था मुकाबला
एवरेडी को खरीदने के लिए दो अमेरिकी कंपनियों बर्कशायर हैथवे और इनरजाइजर होल्डिंग्स (Energizer Holdings) के बीच कड़ा मुकाबला था.
सौदे से कंपनी को अपना कर्ज चुकाने में मदद मिलेगी. एवरेडी कंपनी पर करीब 700 करोड़ रुपये का कर्ज है. कंपनी ने यूको बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, RBL बैंक, इंडसइंड बैंक समेत अन्य स्रोतों से कर्ज लिया है. कंपनी के प्रमुख ब्रिज मोहन खेतान कर्ज की इस साल जून में मौत हो गई थी. खेतान के दौर में ही एवरेडी कारोबार को बेचने की कवायद हुई थी.
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