भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2024 के चुनाव में वोट लेने के पहले पूरे देश में एनआरसी के माध्यम से घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर निकालने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां कहती है कि राष्ट्रीय मुद्दे से झारखंड के लोगों का कुछ लेना-देना नहीं है, लेकिन राज्य की जनता भी यह चाहती है कि कश्मीर अखंड भारत का हिस्सा रहे, देश से आतंकवाद और नक्सलवाद समाप्त हो, अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने।
अमित शाह सोमवार को चक्रधरपुर में पार्टी प्रत्याशी सह प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के साथ ही धारा 370 को मूल समेत समाप्त कर दिया गया और पुलवामा और उरी अटैक के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के माध्यम से आतंकवादियों को करारा जवाब दिया गया। उन्होंने इससे पहले देश में दस वर्षों तक मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी का शासन था, प्रतिदिन आतंकियों के घुसपैठ की खबर मिलती थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में सेना को जवाबी कार्रवाई की पूरी छूट दी गई और वीर जवानों ने पाकिस्तान से बदला लेने का काम किया।
अमित शाह ने कहा कि झारखंड में पांच वर्षों तक जीरो करप्शन वाली सरकार चली, मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरकार पर कोई भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे। उन्होंने मंच से ही कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे पांच साल बनाम 55 साल के शासन के मुद्दे पर चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि पार्टी पूर्ण बहुमत में आती है, तो अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के आरक्षण को कम किए बगैर अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोगों के आरक्षण बढ़ाने के लिए कमेटी का गठन करेगी।
उन्होंने झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब अलग झारखंड राज्य के लिए लड़ाई करने वालों पर कांग्रेस शासनकाल में गोलियां और लाठियां बरसाई जाती थी, उस कांग्रेस पार्टी से झामुमो ने कुर्सी हासिल करने के लिए समझौता कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता सर्वोच्च अदालत में जाकर कहते थे कि राम जन्म भूमि का केस चलाने की जरूरत नहीं है, लोगों की ताकत से हमने आग्रह किया कि केस चलना चाहिए, जिसका परिणाम ये आया है कि सुप्रीम कोर्ट ने जजमेंट दिया कि अयोध्या में ही राम मंदिर बनेगा।
Leave a Reply