सेहतः नसों में दर्द यानी न्यूरोपैथिक के दर्द के लिए होम्योपैथिक में है यह इलाज

नई दिल्ली। न्यूरोपैथिक दर्द नसों में दर्द की समस्या होती है. इसमें बहुत तेज दर्द और जलन होती है। कई बार यह अपने आप भी ठीक हो जाता है, लेकिन कई मामलों में यह समस्या अधिक समय तक प्रभावित कर सकती है. जानते हैं न्यूरोपैथी के दर्द के कारणों और उसके होम्योपैथिक उपचारों के बारे में-

न्यूरोपैथिक दर्द के कारण
न्यूरोपैथिक दर्द के लक्षण हर व्यक्ति में अलग अलग हो सकते हैं. नसों में दर्द के कई कारण माने जा सकते हैं जैसे कुछ लोगों में विटामिन बी-12 की कमी होना या डायबिटीज या एचआईवी पॉजिटिव इत्यादि।

अधिकतर ऐसे लोगों को भी न्यूरोपैथी दर्द होता है, जिन्होंने कीमोथेरेपी ली हो या जिनमें हर्पीज जोस्टर इन्फेक्शन का संक्रमण है. इसमें होम्योपैथी का उपचार काफी हद तक सहायक हो सकता है. होम्योपैथिक दवाएं प्राकृतिक उत्पादों से बनाई जाती हैं इसलिए यह नुकसानदायक नहीं होती हैं।

एगारीकस मस्करी
इस दवा के उपयोग के दौरान मरीज को सुई की चुभन जैसा महसूस होता है. उन्हें दर्द वाले स्थान पर ठंड और सुन्नपन महसूस हो सकता है. जिन्हें हाथ पैर और चेहरे पर कमजोरी महसूस होती है या कंपकंपी लगती है, उनमें यह दवा काफी असरदार है।

कोकैनम हाइड्रोक्लोरिक
यह दवा अल्कलॉइड फ्रॉम एरिट्रॉक्सील ऑन कोका के नाम से भी जानी जाती है. यह उनके लिए बेहद असरदार है जिन्हें त्वचा पर छोटे-छोटे कीड़े महसूस होते हैं। इसके अलावा बेचैनी, शराब छोड़ने पर कंपकंपी, बुखार आना आदि लक्षण महसूस होने पर भी होम्योपैथिक डॉक्टर से पूछ कर इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता हैै।

जिंटम मेटालिकम
जिन्हें मरोड़, दर्द और कंपकंपी महसूस होती है या जिन लोगों में नसें असामान्य रूप से बढ़ती हैं या जिन्हें बांहों और हाथों में दर्द और ठंड महसूस होती है। उनमें भी यह दवा असरदार है. इसके अतिरिक्त नींद ना आना, रात में पसीना आना, बुखार और कंपकंपी जैसे लक्षणों में भी यह होम्योपैथिक दवा फायदेमंद है।

ओलियंडर
यह ऐसे लोगों में काफी कारगर है, जिन्हें उंगलियों में सूजन के साथ जलन, अकड़न, जोड़ों में अकड़न, निचले अंगों में लकवा या कमजोरी लगना आदि लक्षण महसूस होते हैं।

प्लेटिनम मेटालिकम
जिन्हें शरीर में ठंडापन या सुन्न महसूस होता है, उनके लिए यह दवा काफी लाभप्रद है। साथ ही जिन लोगों के भुजाओं और टांगों में अत्यधिक थकान या लकवा लगने जैसा महसूस होता है या जिन्हें शरीर में ऐंठन, मांसपेशियों में जकड़न, चेहरे की हड्डियों में दर्द और सुन्नपन, खड़े होने या बैठने पर तकलीफ महसूस होती है उनके लिए भी यह दवा बेहद प्रभावी है।

कैप्सिकम एनम
जिन्हें कूल्हों से पैरों तक दर्द होता है यानी जिन्हें साइटिका जैसे लक्षण महसूस होते हैं। नींद ना आने की परेशानी के साथ खाते समय शरीर में दर्द, घुटनों में दर्द, खुली हवा में रहने पर दर्द जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो उनके लिए यह दवा काफी असरदार है. ध्यान रहे, ऐसी कोई दवा लेने से पहले होम्योपैथिक डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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