सांसद हेमामालिनी ने शुक्रवार को जवाहरबाग का निरीक्षण किया। इस दौरान सांसद ने जवाहरबाग में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जवाहरबाग में संतों के स्मृति स्थल और फूड कोर्ट बनाने तथा वहां पर टॉय ट्रेन चलाने का सुझाव दिया।
हेमामालिनी ने जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार से जवाहरबाग में कहां क्या बन रहा है, कितने क्षेत्रफल में है और कौन सा काम कितनी लागत का है, इसके बारे में पूछा। सांसद ने जवाहरबाग के प्रस्तावित नक्शे का भी अवलोकन किया और कई सुझाव भी दिये। इनमें सूरदास, तुलसीदास और रसखान जैसे संतों के स्मृति स्थल का भी सुझाव था।
हेमा मालिनी ने पूछा यहां मोर कितने हैं
जवाहरबाग में निरीक्षण के समय यकायक सांसद ने पूछ लिया कि जवाहरबाग में मोर कितने हैं। इस पर अधिकारियों ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में मोर हैं। 42.62 हेक्टेयर में बने जवाहरबाग के विकास के लिए शासन ने 15.93 करोड़ रुपये जारी किए थे। अब तक साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत से जवाहरबाग में 20 प्रतिशत काम हो चुका है।
सांसद ने ये दिए सुझाव
1-संतों का स्मृति स्थल।
2-टॉय ट्रेन का संचालन।
3-पर्यटकों के लिए कैंटीन निर्माण।
4-फूड कोर्ट बनाया जाए।
5-घूमने के लिए चारों ओर पाथ-वे।
ब्रज तीर्थ विकास परिषद की रिपोर्ट पर बदली थी निर्माण एजेंसी
जवाहरबाग के सौंदर्यीकरण संबंधी कार्यों के 23 मार्च को ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने निरीक्षण किया था। तब निर्माण सामग्री इतनी घटिया मिली कि नाराज उपाध्यक्ष ने इसकी रिपोर्ट मुख्य सचिव राजीव कुमार को भेज दी थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रमुख सचिव ने जवाहरबाग के काम की जिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम से छीनकर यूपीपीएनडीएस को दे दी थी। हालांकि अभी काम के हैंडओवर किए जाने की प्रक्रिया सम्पन्न नहीं हो सकी है, लिहाजा जवाहरबाग का काम फिलहाल रुका हुआ है।
जवाहरबाग में ये होने है सौंदर्यीकरण के कार्य
-इन्ट्रेंन्स प्लाजा (प्रवेश द्वार) का निर्माण।
– कई जगह फुब्बारों की स्थापना।
-ओपन थियेटर का निर्माण।
-सेंटर स्पायर का निर्माण।
-टहलने के लिए पाथ वे।
-लाइटिंग और जागिंग ट्रैक।
-जवाहरबाग की बाउंड्रीवाल।
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