मलवा विकासखंड के महरहा गांव में भागवत कथा में कहा कि जिसने जीवन से समझौता करना सीख लिया वह संत हो गया वर्तमान में जीने के लिए सजग और सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके बाद में जो लिखा है उसे वही मिलेगा परेशान होने से अतिरिक्त कुछ मिलने वाला नहीं है। उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा तथा सत्संग सुनने पर जोर देते हुए कहा कि इससे मनुष्य का जीवन पवित्र हो जाता है और वह बुरे कर्मों को छोड़कर सत्य कर्म में लग जाता है और उसका जीवन सफल हो जाता है। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान संगीत मय वचनों के द्वारा ज्ञान की गंगा बहाई गई। इस मौके पर हजारों की संख्या में महिला-पुरुष मौजूद रहे सभी ने तालियां बजाकर मंत्रमुग्ध होकर संगीतमय सुन कर अपने जीवन को सफल बनाया
Leave a Reply