नई दिल्ली। अमेरिका हो या यूरोप या एशिया में चीन और भारत जैसे देश, हर जगह हिदायत दी जा रही है कि आम लोग ज़रूरी होने पर अगर घर से बाहर निकलते हैं, तो उन्हें सामान्य या घरेलू मास्क पहनना चाहिए। जो आबादी स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं से जुड़ी है, उसे खास एन95 जैसे मास्क पहनने के निर्देश हैं। लेकिन, मास्क पहनने का एक पूरा तरीका है, जिसके बारे में जानना ज़रूरी है क्योंकि गलत ढंग से मास्क पहनना न पहनने के बराबर है।
अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र यानी सीडीसी के प्रमुख डॉ. रॉबर्ट रेडफील्ड की मानें तो सीडीसी के अनुमान के मुताबिक कोरोना वायरससे संक्रमित पाए गए 25 फीसदी लोगों में वायरस के लक्षण नहीं थे यानी ये रोगी एसिम्प्टॉमैटिक थे। आपके पास से गुज़रने वाला कोई भी सामान्य दिखने वाला व्यक्ति संक्रमित हो सकता है इसलिए आपको मास्क पहनना ज़रूरी है। निर्देशों के मुताबिक मास्क पहनते वक्त ये 5 गलतियां न करें।
सिर्फ़ मुंह ढंकना है पहली ग़लती
एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी में संक्रमण विभाग के प्रमुख थॉमस रसो के हवाले से हफपोस्ट ने लिखा है कि अगर आप मास्क से सिर्फ़ मुंह ढंकते हैं तो खुद संक्रमित होने का खतरा उठाते हैं या दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं। चूंकि हम सांस मुख्य रूप से नाक से ही लेते हैं और छींकते भी नाक से हैं। ऐसे में सिर्फ़ मुंह ढंकने से संक्रमण से बचाव नहीं हो पाता।
नाक को आधा अधूरा ढंकना दूसरी चूक
मास्क पहनते वक्त अगर आप नाक के नथुनों वाले हिस्से को ही सिर्फ़ कवर कर लेते हैं तो यह काफी नहीं है। सीडीसी ने ग्राफिक्स तक जारी कर बताया है कि आपको पूरी नाक यानी आंख के पास तक नाक के हिस्से को मास्क से ढंकना चाहिए. नाक को थोड़ा सा ढंकने से मास्क में गैप रह जाते हैं जिनके ज़रिये हवा में शामिल सूक्ष्म कण आपकी सांस में जा सकते हैं।
ढीला मास्क पहनना है तीसरी गड़बड़
अगर आप ग़ोर से देखें तो डॉक्टर जो एन 95 रेस्पिरेटर इस्तेमाल करते हैं, वो नाक और मुंह को कवर करते हुए चेहरे पर फिटिंग के साथ चिपके होते हैं, ढीले नहीं होते. आप सामान्य या घर पर तैयार किए गए कपड़े के मास्क पहनते हैं, तो ध्यान रखें कि ये ढीले न हों और सांस लेते समय अगल बगल के गैप इतने न हों कि हवा मास्क के अलावा इन गैप्स से नाक तक पहुंचे।
मास्क का शरीर या चीज़ों से टकराना भी गलत
अगर आपका मास्क ज़रूरत से ज़्यादा बड़ा है या ढीला है या असावधानी से हैंडिल किया जा रहा है तो यह खतरा पैदा होता है. आपके मास्क का अंदरूनी हिस्सा अगर आपके शरीर के अन्य अंगों जैसे माथे, बाल, गर्दन, हाथ या आपके कपड़ों से टकराता है और उसके बाद वह अंदरूनी हिस्सा फिर नाक और मुंह पर जाता है तो संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. जब मास्क नाक और मुंह से हटाएं तो गर्दन पर लटकाकर न रखें, यह हिदायत भी दी जाती है।
मास्क की सफ़ाई न करना पांचवीं गलती
सीडीसी के निर्देश साफ कहते हैं कि आप अगर घर पर कपड़े से बने मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इन्हें हाथ से या वॉशिंग मशीन में धोया जा सकता है. विशेषज्ञों की सलाह है कि जब भी बाहर जाएं तो लौटकर हर बार मास्क अच्छी तरह साबुन या वॉशिंग पाउडर से धो लें. इसके बाद ही दोबारा मास्क का इस्तेमाल करें। मास्क को ठीक ढंग से साफ किए बगैर रीयूज़ करना संक्रमण का खतरा बढ़ाता है।
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