मंडलायुक्त ने संतों की बात सुनीं,वृंदावन कुंभ मेला 2021 की तैयारियां

कार्यालय संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा/वृन्दावन। मंडलायुक्त अनिल कुमार ने वृन्दावन स्थित पर्यटन सूचना केन्द्र पर वृन्दावन कुम्भ मेला के लिए की जा रही तैयारियों के संबंध में बैठक ली। उन्होंने निर्माण किये जाने वाले घाटों, गंगाजल सप्लाई की पाइप लाइनों, प्लाटून पुल का निर्माण, ग्रे वॉटर का निस्तारण, विद्युत सप्लाई, चिकित्सा, पुलिस, लोक निर्माण, नगर निगम विभाग द्वारा किये कार्यों की जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये।


बैठक में बताया गया कि वृन्दावन कुम्भ मेला के लिए अब तक 25 करोड़ रुपये विभिन्न विभागों को अवमुक्त किये जा चुके हैं। अधिकांश विभागों द्वारा अपना कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। बैठक में साधु संतों ने कुम्भ क्षेत्र की तार बांधकर घेराबन्दी करने, प्रमुख मार्ग एवं चौराहों का नाम प्रख्यात संतों के नाम पर रखने, कुम्भ की जमीन से अवैध कब्जों को हटाने, परिक्रमा एवं कुम्भ मार्गों को ठीक कराने, देवालय की सवारियां निकलने वाले मार्गों को ठीक कराने, यमुना की आरती प्रतिदिन कराये जाने, यमुना में नालों को गिरने से रोकने, विद्युत, शौचालय की व्यवस्था करने, सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने आदि मांगों को उठाया।
मंडल आयुक्त ने कहा कि कुम्भ मेला में आने वाले अखाड़ों तथा अखाड़े में आने वाले संत किस स्थान से आ रहे हैं उनकी सूची भेजने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संत पांच दिन पहले का कोविड-19 प्रमाण पत्र भी साथ लायें, जिन संतों का कोविड-19 का टेस्ट नहीं हुआ है उनके टेस्ट की व्यवस्था कुम्भ में ही कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन नौ मन्दिरों से सवारियां निकलेंगी, उसका रूटचार्ट उपलब्ध करा दिया जाये, जिससे पुलिस एवं अन्य व्यवस्थाओं को पूर्ण कर लिया जाये।
मण्डलायुक्त लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिये कि भूमि समतल कराकर बैरीकैटिंग करने एवं सड़क निर्माण के कार्यों में तेजी लायी जाये। उन्होंने जल निगम से गंगाजल आपूर्ति करने एवं नगर निगम से उच्चकोटि के शौचालय व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि कुम्भ को अधिक आकर्षण एवं व्यवस्थित बनाये रखने हेतु मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नगेन्द्र प्रताप को नोडल अधिकारी बनाये गये हैं। इसी क्रम में एडीएम (प्रशासन) तथा एसडीएम (सदर) भी मेला से संबंधित कार्यों का संपादन करेंगे। उन्होंने यमुना क्षेत्र में अतिक्रमण होने की शिकायत पर एसडीएम सदर एवं एआरओ को जिम्मेदारी दी। कहा कि सभी डूबक्षेत्र में अतिक्रमण पाये जायें, तो तुरन्त उस क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कर दिया जाये। इस अवसर बड़ी संख्या में साधु संतों के साथ नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मांदड़, एडीएम (प्रशासन) सतीश कुमार त्रिपाठी, एडीएम (वित्त एवं राजस्व) बृजेश कुमार, सचिव एमवीडीए ईश्वर चन्द, नगर मजिस्टे्रट जवाहर लाल श्रीवास्तव, जिला पूर्ति अधिकारी राघवेन्द्र सिंह समेत लोक निर्माण, सिंचाई, जल निगम सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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