मथुरा में पशु आरोग्य मेले का अवलोकन कर टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया
— 40 सचल वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मथुरा। कूड़ा बीनने वाले जिन्हें अमूमन लोग अपने से दूर ही रखना पसंद करते हैं उनके साथ बैठकर, उनसे उनकी कुशलता पूछ बच्चों की पढ़ाई के बारे में पूछने के साथ उनके काम यानि कचरा बीनन में हाथ बंटाने का कार्य देश के प्रधानमंत्री ने आज किया। सिंगल प्लास्टिक यूज के प्रयोग को खत्म करने का बीड़ा उठाते हुए पीएम मोदी ने ये कार्य किया।
बुधवार को मथुरा के पं. दीन दयाल उपाध्या वेटरिनरी यूनिवर्सिटी में नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम का शुभारंभ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे। यहां स्वच्छ भारत और हर घर जल जैसी बड़ी योजनाओं के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने का बीड़ा उठाया और मिशन की शुरुआत की। इस दौरान पीएम मोदी ने वहां पर मौजूद कर्मचारियों के साथ बात की और कूड़ा छांटने में उनके साथ हाथ भी बंटाया। मुज़फ्फरनगर से आईं महिला कर्मचारियोंं से प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या आपके बच्चे पढ़ने जाते हैं। पीएम के व्यवहार से कर्मचारियों के चेहरों पर छाया उत्साह साफ झलक रहा था।
इसके अलावा प्रधानमंत्री पशु आरोग्य मेले, कृषि से जुड़ी कई योजनाओं की शुरुआत। इसी दौरान उस कचरे के निवारण की भी शुरुआत की गई जो जमीन पर, सड़क पर चलते-फिरते गाय-भैंस या अन्य जानवर खा जाते हैं। यहां इसके लिए एक मशीन भी लगाई गई थी, जिसमें सिंगल यूज्ड प्लास्टिक, पॉलीथीन को क्रश किया जा सकता है।
इसी दौरान पंडाल में कुछ कर्मचारी कूड़े को छांटने के लिए बैठे थे, जिसमें प्लास्टिक को अलग किया जा रहा था और अन्य कूड़े को अलग छांटा जा रहा था। वहां मौजूद महिलाओं से प्रधानमंत्री ने बात की और खुद भी कूड़ा छांटना शुरू किया।
ये की पीएम ने घोषणाएं
पीएम ने मथुरा दौरे के दौरान पशु आरोग्य मेले का अवलोकन कर टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। इसके लिए 40 सचल वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पीएम सेक्सेड सीमेन उत्पादन के लिए हापुड़ व बाबूगढ़ में 31 करोड़ की लागत से प्रयोगशाला स्थापित की गई है। इसका लोकार्पण भी हुआ। पशुपालन विभाग की मुरादाबाद और आगरा की करीब 30 करोड़ की पॉलीक्लिनक, 117 करोड़ के 150 पशु चिकित्सालय, रोग निदान प्रयोगशाला और गो संरक्षण केंद्र का भी लोकार्पण किया गया।
सेक्सेड सीमेन उत्पादन के लिए बाबूगढ़ और हापुड़ में 30 करोड़ की लागत से प्रयोगशाला का विस्तारीकरण का शिलान्यास। ब्रज क्षेत्र के लिए मथुरा डेयरी उत्पादन क्षमता 60 हजार लीटर से एक लाख लीटर करने को 171 करोड़ की योजना की। मथुरा में खारे पानी मे झींगा मछली पालन की भी घोषणा प्रधानमंत्री ने किया।
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