लखनऊ। यूपी में लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर घर जाने के लिए मजबूर हैं। इसी कड़ी में रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वीडियो ट्वीट करके योगी सरकार पर निशाना साधा। सपा सुप्रीमो ने अपने ट्वीट में कहा, ‘अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे. अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने दूसरे ट्वीट ने लिखा, जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे। ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे। ‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?
अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे। अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे।
अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे. अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है. बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे. pic.twitter.com/GBSDLDK6n0
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 17, 2020
प्रवासी मजदूरों को लेकर बीजेपी सरकार पर हमलावर अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, भाजपा सरकार का आदेश है कि प्रवासी मज़दूरों को उप्र बार्डर पर न घुसने देंगे, न सड़क या रेल ट्रैक पर चलने देंगे, न ट्रक-दुपहिया से जाने देंगे। भाजपाई ग़रीब विरोधी नीतियाँ ही लोगों को ग़ैर-क़ानूनी काम करने के लिए बाध्य कर रही हैं। ऐसा करो बाबू ग़रीब की ज़िंदगी पर ही रासुका लगा दो!
जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगें ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे।
जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है. बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे. ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे.
‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 17, 2020
‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?
इससे पहले शनिवार को उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में 24 प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटना में हुई मौत को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हत्या करार दिया था। उन्होंने सड़क हादसे पर दुख जाहिर करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि सब कुछ जानकर, सब कुछ देखकर भी, मौन धारण करने वाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं। ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं।
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