लखनऊ। कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी उन नाराज वरिष्ठ नेताओं को मनाएंगी। जिन्हें उन्होंने बड़ी बेइज्जती के साथ पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था। हालांकि प्रियंका के फैसले के बाद इन नेताओं ने सोनिया गांधी से गुहार लगाई थी,लेकिन उन्होंने इन नेताओं की एक नहीं सुनी। फिलहाल प्रियंका गांधी की इस पहल को प्रदेश में कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के तौर पर देखा जा रहा है।
असल में राज्य की कमान अजय कुमार लल्लू को सौंपने के बाद पार्टी के करीब एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने बगावत कर दी थी। जबकि लल्लू को प्रियंका गांधी ने प्रदेश की कमान सौंपी थी। लिहाजा वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी को सीधे तौर पर प्रियंका गांधी के खिलाफ बगावत के तौर पर देखा जा रहा था। इन वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि वह पार्टी के पुराने वफादार हैं। पार्टी किसी भी स्थिति और परिस्थिति में रही उन्होंने पार्टी का दामन नहीं था।
लेकिन अब नए और युवाओं को पार्टी कमान सौंप रही है। लेकिन उन्हें किनारे किया जा रहा है। इस बात को लेकर इन नेताओं ने प्रियंका गांधी और अजय कुमार लल्लू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इन नेताओं में कुछ ने तो अन्य दलों का दामन थाम लिया है। लिहाजा प्रियंका गांधी उन नेताओं को मनाकर पार्टी में वापस लाना चाहती हैं। जिन्हें उन्होंने पार्टी से बाहर कर दिया था। गौरतलब है कि हाल ही में लखनऊ दौरे के दौरान प्रियंका गांधी पार्टी को फिर से जीवित करने के लिए युवाओं की ऊर्जा और वरिष्ठों नेताओं के अनुभव की जरूरत पर जोर दिया था। जिसके बाद से ही माने जाने लगा था कि अब पार्टी में वरिष्ठ नेताओं को मुख्यधारा में लाया जाएगा।
फिलहाल प्रियंका वरिष्ठ नेताओं को मनाने के लिए गेट टू गेदर कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही हैं। जिसमें पार्टी के पूर्व सांसद और विधायक भी शामिल किया जाएगा। माना जा रहा है कि कांग्रेस के कई बागी नेता भी दिल्ली में कांग्रेस के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ये नेता सोनिया गांधी से भी मिलना चाहते थे, लेकिन इन नेताओं की मुलाकात नहीं हो सकी था। लेकिन प्रियंका के गेट टू गेदर कार्यक्रम में इन नेताओं को भी बुलाया जा सकता है।
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