राजस्थान के अलवर जिले में अनुसूचित जाति की महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक और आरोपी हंसराज को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसका एक साथी भाग गया है। पुलिस ने नया बस स्टैंड के पास से पकड़ा है।
सर्विलांस के जरिए अलवर की स्पेशल फोर्स ने उसकी लोकेशन को ट्रेस किया था। बताया जाता है कि वह मथुरा से भागने की फिराक में था। अब तक पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अलवर में गत दिन सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई। सरकार और अफसरों पर आरोप लग रहे हैं। जगह जगह पुतले फूंके जा रहे हैं। वहीं आरोपियों की तलाश में भी जगह जगह दबिश दी जा रही है। मथुरा में भी अलवर की स्पेशल फोर्स ने आरोपियों की तलाश में दबिश दी है।
गुरुवार की सुबह नया बस स्टैंड के पास से अलवर पुलिस ने चौथे आरोपी हंसराज को गिरफ्तार किया है। वह बाइक पर सवार था। बताया जाता है कि उसका एक साथी भाग गया।
र्यवाहक एसएसपी अशोक मीणा ने बताया कि उन्हें जो जानकारी दी गई उसके मुताबिक नया बस स्टैंड ने अलवर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। स्थानीय पुलिस को जानकारी भी गिरफ्तार करने के बाद दी गई थी। बताया जाता है कि आरोपी कहीं भागने की तैयारी कर रहा था।
दुष्कर्म के आरोपी की पहले लोकेशन कोसीकलां में मिली लेकिन फिर मथुरा में मिली। अलवर पुलिस ने उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लगा रखा था। जिससे पल-पल की लोकेशन उनके सामने आ रही थी। रात भर आरोपी कोसीकलां या आसपास में कही रहा है। सुबह को वह मथुरा आ गया था। माना जा रहा है कि बस पकड़कर कहीं भागने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस के अनुसार हंसराज को मथुरा से गिरफ्तार किया गया है। इससे पूर्व महेश को शाहपुरा से और अशोक गुर्जर, इंद्राज गुर्जर भी पकड़े जा चुके हैं। पांचवां आरोपी छोटेलाल अब भी फरार है। मुकेश पर दुष्कर्म का वीडियो वायरल करने का आरोप है।
मालूम हो कि पीड़ित पति-पत्नी 26 अप्रैल की घटना की शिकायत लेकर अलवर एसपी के पास 30 अप्रैल को पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने राजस्थान में मतदान प्रभावित नहीं होने देने की बात कहते हुए पीड़ित दंपती की एक नहीं सुनी। पुलिस ने दबाव में आने के बाद दो मई को मामला दर्ज किया और जांच के बजाए दबाए रखा गया।
दुष्कर्म के वीडियो वायरल होने के बाद घटना छह मई को सभी की जानकारी में आई। सरकार ने अलवर एसपी राजीव पचार को हटा दिया है और थाना गाजी के एसओ सरदार सिंह, एसआई रूपनारायण और तीन सिपाही निलंबित कर दिए गए हैं। वहीं, भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा ने लापरवाह पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को भी गिरफ्तार करने की मांग की है।
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