वाशिंगटन। एनएसए अजीत डोभाल की 31 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका की विजिट से पहले सरगर्मियां तेज हो गई हैं। वे अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन के साथ क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज पर पहल की हाईलेवल मीटिंग में भाग लेने के लिए वाशिंगटन डीसी का दौरा करेंगे। क्रिटिकल और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज पर पहल रत और अमेरिका द्वारा आउटकम-ओरियंटेड पार्टनरशिप की सुविधा के लिए शुरू की गई थी। और नई मैकेनिज्म का नेतृत्व भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा किया जाएगा।
टॉप अमेरिकन लीडरशिप के साथ वार्ता के लिए एनएसए अजीत डोभाल की महत्वपूर्ण यात्रा से पहले बाइडेन प्रशासन ने कहा कि भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है। विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल के हवाले से न्यूज एजेंसी ने कहा, “भारत कई जगहों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है और इसमें व्यापार सहयोग शामिल है।” पटेल ने कहा, “यह (भारत-अमेरिका संबंध) निश्चित रूप से हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
इधर, एक टॉप भारत केंद्रित अमेरिकी बिजनेस एडवोकेसी ग्रुप ने विभिन्न अमेरिकी सरकारी एजेंसियों और एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के सहयोग से भारत में एसटीईएम शिक्षा और कार्यबल में महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए अलायंस की घोषणा की है। यूएस-इंडिया एलायंस शैटर समिट के दौरान यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने महिला आर्थिक सशक्तिकरण एसटीईएम सहयोग के लिए यूएस-इंडिया एलायंस के लॉन्च की घोषणा की।
अघी ने कहा-भारत और अमेरिका का तकनीकी तालमेल भारत के एक आईटी पावरहाउस होने और अमेरिका के सबसे मजबूत तकनीकी अर्थव्यवस्था होने के कारण अच्छी तरह से प्रदर्शित होता है। हालांकि, पुरुष और महिला एसटीईएम स्नातकों की संख्या में अभी भी कमी है।
उन्होंने कहा-“भारत को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए,एसटीईएम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स) में अधिक युवा लड़कियों और महिलाओं को लाने के लिए एक ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है।”
केयर यूएसए, कोलैबोरेटिव चैम्पियन के सीईओ मिशेल नून ने कहा कि “भारत सहित दुनिया भर में CARE के कार्यक्रम महिलाओं और लड़कियों को सफल होने और समुदायों और राष्ट्रों को बदलने में मदद करने के लिए कौशल सिखाने और प्रशिक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति के रूप में STEM गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।”
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