सावधानः नकली देसी घी दे सकता है कैंसर और कई बीमारियां!

नई दिल्ली। देसी घी शरीर के फायदेमंद है, लेकिन जिस देश में इतनी बड़ी मात्रा में घी की खपत होती है। वहां यदि मिलावटी घी का प्रयोग हो, तो कितनी बड़ी संख्या में लोगों को यह प्रभावित कर सकता है।

यूं तो बाजार में कई उत्पादों का नकली रूप मौजूद है। यही वजह है कि भले पैसा ज्यादा लगे लेकिन लोग ब्रांड्स पर विश्वास करते हैं। खाने-पीने से जुड़ी किसी भी चीज का नकली रूप से मतलब है कि वह शुद्ध नहीं है और उसे बनाने में रसायन व अन्य चीजों का प्रयोग किया गया है। कई बार तो लोग मिलावटी घी में कुछ मात्रा में असली देसी घी का भी प्रयोग करते हैं ताकि खुशबू से उसे पहचाना ना जा सके। इस तरह के पदार्थों के सेवन से कई घातक बीमारियां हो सकती हैं। जिनमें कैंसर भी शामिल है। आइये जानते हैं नकली देसी घी के नुकसान के बारे में –

गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक
नकली देसी घी को तैयार करने के लिए कई बार ऐसे रसायन का प्रयोग किया जाता है। जिसका इस्तेमाल यदि गर्भावस्था में किया जाए तो यह गर्भपात का कारण बन सकता है. यही वजह है कि गर्भवती महिलाओं को घर में बने शुद्ध घी का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। वैसे गर्भावस्था के दौरान खानपान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना उचित होता है।

पड़ सकता है दिल का दौरा
कहते हैं नियमित रूप से घी का सेवन करने से हृदय का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, लेकिन यदि आप मिलावटी देसी घी का सेवन कर रहे हैं तो इसमें मौजूद केमिकल की वजह से दिल का दौरा पड़ सकता है। ब्लड सर्कुलेशन गंभीर रूप से खराब हो सकता है जो कि एक जानलेवा स्थिति हो सकती है।

हो सकती हैं पेट संबंधी समस्याएं
नकली देसी घी या घी का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट संबंधी दिक्कतें जैसे अपच और दस्त की समस्या हो सकती है. दस्त में लोगों के शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है जो कि डिहाईड्रेशन का कारण बनती है।

कैंसर का जोखिम
नकली देसी घी में लोग अपने हिसाब से कुछ भी मिला सकते हैं. अगर इसमें कैडमियम मिलाया गया है। तो इसके सेवन से कैंसर का खतरा हो सकता है. कैडमियम एक रसायनिक यौगिक है, जो कि विषैले होते हैं. इनके संपर्क में आने से कैंसर का जोखिम तो बढ़ता ही है साथ ही यह हृदय, गुर्दे, जठरांत्र, प्रजनन और श्वसन तंत्र को भी प्रभावित करता है. इससे मूत्रमार्ग और किडनी में खराबी हो सकती है।

हो सकती है मतली व मुंह में जलन
यदि नकली देसी घी में जिंक मिलाया गया है। तो जान लें कि जिंक की मात्रा अधिक हो जाने से पेट दर्द, मतली, मुंह में जलन आदि समस्याएं हो सकती हैं।

ध्यान रखने योग्य बातें
अगर आपको लगता है कि आपने घी का सेवन अधिक कर लिया है, तो तब तक कुछ ना खाएं जब तक घी पूरी तरह से पच ना जाए. संभव हो तो हर आधे घंटे में गर्म या गुनगुना पानी का सेवन करें, इससे आपको राहत महसूस ​होगी।

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