चमोली हादसा: प्रलंयकारी सैलाब से खुद को बचाने की कहानी बताई मजदूरों ने

चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ के तपोवन में रविवार की सुबह सैलाब ने भयंकर तबाही मचाई थी। तपोवन में एनटीपीसी (NTPC) के हाइड्रो पावर प्लांट में काम चल रहा था। जिस वक्‍त ग्‍लेशियर फटने के बाद सैलाब आया, उस वक्‍त टनल की दूसरी तरफ 40 मजदूर काम कर रहे थे। उन्‍हें फोन पर अचानक से फ्लैश फ्लड की जानकारी दी गई। इसके बाद सभी मजदूर आनन-फानन में ऊंचाई की तरफ दौड़ने लगे और जब तक सैलाब उन तक पहुंचता वो काफी दूर जा चुके थे। कामगारों ने प्राकृतिक आपदा से किसी तरह अपनी बचाने में कामयाब रहे. हालांकि, उनके कपड़े, पैसे और आधार कार्ड सैलाब की भेंट चढ़ गए।

मजदूरों ने बातचीत में कहा कि भयंकर सैलाब उनका सब कुछ बहा ले गया। उस भयानक मंजर के बारे में बताते हुए भी वे डर से कांप उठते हैं। ये मजदूर बताते हैं कि भगवान ने ही बचाया है। इन मजदूरों का कहना है कि अगर रविवार का दिन नहीं होता और प्लांट में मजदूरों की छुट्टी नहीं होती तो टनल में सबसे ज्यादा मजदूर काम कर रहे होते। इन मजदूरों का कहना है कि अब उन्‍हें रोटी कहां से मिलेगी और उनका तन ढकने के लिए कपड़ा कौन देगा।

लगा कि जैसे विस्फोट हुआ हो
स्थानीय लोगों ने बताया कि बहुत तेज आवाज़ आयी जैसा कोई विस्फोट हुआ हो। उसके बाद तेज सैलाब सब बहा कर ले गया। स्थानीय लोग अब खुद भी अपनों की तलाश में जुट गये हैं। बता दें कि ग्लेशियर टूटने की वजह से बाढ़ से हालात हो गए हैं। कई लोग अब भी लापता हैं. उनकी तलाश की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि वो बाढ़ में बह गए हों। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत पहुंचाने में जुटी हुई है। एक तरह से पूरे उत्तराखंड को ही अलर्ट मोड पर रखा गया है।

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