बच्चे की सिरकटी लाश का निकला दिल्ली कनेक्शन, सोती रही पुलिस तो पिता ने लगवाए गुमशुदगी के पोस्टर

मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में इंचौली के नंगलीईशा में 10 साल के मानव की सिरकटी लाश मिलने से हड़कंप मच गया था।लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि इस मामले का दिल्ली से कनेक्शन निकलेगा। वहीं झुग्गी बस्ती में रहने वाले पिता की शिकायत पर पुलिस खामोश बैठी रही। वहीं दिल्ली में मानव की गुमशुदगी के पोस्टर पहले ही लगवा दिए गए थे। आरोप है कि यदि पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो बच्चे की जान बच सकती थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते 30 नवंबर को पड़ोसी दीपक मानव को अगवाकर अपने साथ मेरठ ले आया था। जिसके बाद मासूम के माता-पिता ने पुलिस के पास जाकर मामले की तहरीर दी थी। इतना ही नहीं बच्चे के माता-पिता ने बेटे की फोटो के साथ उसकी गुमशुदगी के पोस्टर भी चिपकवाए। जिससे कि किसी तरह उनका बेटा उन्हें मिल जाए।

वहीं पुलिस ने आरोपी को तो पकड़ लिया था। लेकिन आरोपी से यह नहीं निकलवा पाई कि उसने मानव को कहां छिपाया है। वहीं इंचौली में मानव की अंगभंग लाश मिली। बता दें कि दिल्ली से अगवा हुए बच्चे का मेरठ में सिर कटा शव मिलने के मामले में नया खुलासा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जांच तंत्र-मंत्र के लिए हुई हत्या के एंगल से मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि मासूम मानव की बेरहमी से हत्या की गई थी। उसका सिर और एक हाथ कटा हुआ था। शव को कुत्ते नोंच रहे थे। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। मृतक बच्चा दिल्ली का रहने वाला था। उसका पड़ोसी दीपक बच्चे को अगवा कर मेरठ लाया था। इसके बाद हत्या कर शव को खेत में फेंक दिया था।

मेरठ पुलिस की सूचना पर दिल्ली पुलिस आरोपी को लेकर घटनास्थल पर पहुंची। इसके बाद आरोपी की पहचान के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। जैसे ही मासूम मानव के घरवालों को हत्या की बात पता चली तो वह आरोपी परिवार से बदला लेने पहुंच गए। इस दौरान जब पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो नाराज घरवालों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया। रास्ते से गुजर रही गई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिये। करीब 4 घंटे बाद तक चले हंगामे को पुलिस ने जैसे-तैसे संभाला। बताया जा रहा है कि मानव अपने परिवार के साथ प्रीत विहार की झुग्गियों में रहता था। मृतक मानव के पिता रिक्शा चालक है और उसकी मां घरों में काम करती हैं। 30 नवंबर को घर से बाहर खेलने के दौरान मानव संदिग्ध तरीके से गायब हो गया।

पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसने मानव का अपहरण कर 2 दिसंबर की रात ट्रेन से मेरठ पहुंचा था। इसके बाद वह बच्चे को लेकर रिश्तेदार के घर गया। फिर 3 दिसंबर की रात बच्चे की हत्या कर शव को नंगलीईशा में गन्ने के खेत में फेंक दिया। हत्या के दौरान आरोपी दीपक ने शराब के नशे में होने की बात कही। फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पीड़ित परिवार ने आशंका जताई है कि तंत्र-मंत्र के लिए मानव की बलि दी गई है। मृतक बच्चे के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो उनके बेटे की जान बच जाती। फिलहाल पुलिस हत्या की ठोस वजह नहीं पता कर पाई है। पुलिस भी इस मामले को तंत्र-मंत्र का चक्कर भी मान रही है।

 

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