ब्रज भ्रमण: अष्टसखी की अद्भुत छटा
मोर पंखों के बीच में राधा रास बिहारी धवल चांदनी से चमकते है। सेवा में खड़ी अष्ट सखियों की अद्भुत झांकी है। दर्शन पाकर हृदय […]
मोर पंखों के बीच में राधा रास बिहारी धवल चांदनी से चमकते है। सेवा में खड़ी अष्ट सखियों की अद्भुत झांकी है। दर्शन पाकर हृदय […]
मंदिरों के नगर की यह अनुपम कलाकृति है। श्वेत व गुलाबी रंग के प्रस्तरों का मेल इसमें सादगी भरता है। कारीगरों के छैनी-हथौड़ों ने पत्थरों […]
वृंदावन: मंदिर सिर्फ इमारत नहीं, बल्कि सुदूर प्रांतों से आई भक्ति की दो गाथा है जो युगों-युगों तक गाई जायेंगी । इन धरोहरों में धड़कने वाला […]
“घने कोहरे में दुबकी है भोर की बेला। सोचा क्यों न तराश के जमाई ठाकुर से मिल आएं । ठिठुरते हुए इस ठाम पर पहुंच […]
“पत्थर भी वही, कारीगरी भी वहीं, इतिहास भी वहीं फिर क्यों वहीं वर्तमान नहीं। केशी घाट के पास उदास खड़ा मैं रोज वृंदावन से यह […]
नित्य धाम की शिरोमणि है भक्ति। अपने भक्तों पर राधा माधव की कृपा सदा बरसती है। वे भाव को सींचकर अपने कर कमलों से […]
श्री जीव प्रकटीकृतं, राधालिंगित विग्रह। राधा दामोदरं वंदे श्री जीव जीवितेश्वरम्।। संध्या बेला में संकीर्तन के पावन स्वर संपूर्ण वातावरण को सुगंधित किए हैं। बाहर […]
यशोदा के लाल की मोहिनी मूरत तौ तुमने सब मंदिरन मैं देखी होगी पर कहुं देखौ है लाली कौ लौहरों सौ लाल । तौ हमाए […]